जय आदिशक्ति पीठ में पूर्वी देवी जी
जयकारा पूर्वी माता का
बोल सांचे दरबार की जय

सारे जग की हो दाती
पूर्वी मां की याद आती
पूर्वी माता गुड़ गाये भारती
पूर्वी माता की उतारे आरती

पूर्वी माता का भक्तों से बड़ा ही निर्मल नाता बड़ा ही निर्मल नाता
पूर्वी माताजी के सिवाय कोई ना मुझको भाता कोई ना मुझको भाता

सब की बिगड़ी बनाने वाली ,
कष्ट मिटाने वाली
सतीयो के सत को संवारती
पूर्वी माता की उतारे आरती

चंड मुंड को मां ने
मारा करके सिंह सवारी
करके सिंह सवारी
रक्त बीज संहारा मां ने
तू ही खप्पर वाली
तू ही खप्पर वाली

आए जो दर पे सवाली
जाए ना दर से खाली
दुखियों के दुखड़े निवारती
पूर्वी माता की उतारे आरती

सारे जगत में पूर्वी माता का बजता है डंका
मेरी मां का बजता है डंका
चरणो में पूर्वी मां के पहुंच जाए
जिसके मन में हो शंका
हा जिसके मन में हो शंका

महिषासुर मारने वाली, रक्तबीज संहारने वाली
भक्तों की लॉज बचाती
पूर्वी माता की उतारे आरती

छोटा सा परिवार हमारा इसे बनाए रखना
मां इसे बनाए रखना
श्री राममय सब जग जानी
ऐसा वर मां देना
मुझे ऐसा वर मां देना

सारे जग की हो दाती
पूर्वी मां की याद आती
पूर्वी माता गुड़ गाये भारती
पूर्वी माता की उतारे आरती
पूर्वी माता की उतारे आरती
पूर्वी माता की उतारे आरती
पूर्वी माता की उतारे आरती

आदिशक्ति मां पूर्वी देवी जी की आरती

ओम जय पूर्वी माता मईया जय पूर्वी माता।
तुमको निसदिन ध्यावत मईया जी को निस दिन पूजत , श्री भैरव नाथा।।
ॐ जय पूर्वी माता

ज्योति अखंडित मंडित , निसदिन जलता रहता
मईया निसदिन जलता रहता ।
भक्तन की दुःख हरता
भक्तन की दुःख हरता
मईया सुख संपत्ति कर्ता ।।
ॐ जय पूर्वी माता

मणि मंदिर अति उत्तम तुम हो विख्याता
मईया तुम हो विख्याता।
ललित कलश है कंचन
ललित कलश है कंचन
लाल ध्वजा फहराता।।
ॐ जय पूर्वी माता

ब्राह्मणी रूद्राणी मईया तुम कमला रानी
ओ मईया तुम हो पूर्विरानी।
इस संसार जगत से
इस संसार जगत से
पार करो पूर्वी महारानी ।
ॐ जय पूर्वी माता ।।

पूर्वी मईया की शरण में , जो नर नारी आता मईया प्रेम संहित आता।
उर आनंद समाता
मन नहीं घबराता ।।
ॐ जय पूर्वी माता

तुम ही जग की माता, तुम ही हो भर्ता
तुम ही हो भर्ता।
जो कोई तुमको ध्यावत
जो कोई तुमको ध्यावत
मनवांछित फल पाता।।
ॐ जय पूर्वी माता

पूर्वी मईया जी की आरती जो कोई नर गाता
मईया प्रेम सहित गाता
इस संसार अगम से पार उतर जाता।।
ॐ जय पूर्वी माता

मईया जी को निसदिन पूजत
मईया जी को निसदिन पूजत
श्री भैरव नाथा।।

ॐ जय पूर्वी माता।

आदि शक्तिपीठ मां पूर्वी देवी जी की आरती